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Disclaimer: यह कार्यक्रम अवैतनिक है तथा सार्वभौमिक कल्याण के उद्देश्य से प्रसारित किया जा रहा है।
राखी 2023 को वास्तव में विशेष बनाने में आपकी मदद करने के लिए समर्पित हमारे यूट्यूब कार्यक्रम में आपका स्वागत है! इस जानकारीपूर्ण और आकर्षक वीडियो में, हम राखी के महत्व, इसकी परंपराओं के बारे में विस्तार से बताएंगे और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस वर्ष पवित्र राखी धागा बांधने के लिए शुभ तिथियों और शुभ मुहूर्त के बारे में आपका मार्गदर्शन करेंगे। चाहे आप व्यक्तिगत रूप से या वस्तुतः अपने भाई-बहनों के साथ जश्न मना रहे हों, इस अनुष्ठान के लिए सर्वोत्तम समय जानने से इस अवसर पर दैवीय आशीर्वाद का स्पर्श जुड़ सकता है।
याद रखें, राखी सिर्फ एक धागा नहीं है; यह भाई-बहन के बीच अटूट बंधन का प्रतीक है। शुभ समय के महत्व को समझकर, हम अपने उत्सवों में अर्थ की एक गहरी परत जोड़ सकते हैं। अधिक त्योहारों और उनके शुभ समय के बारे में जुड़े रहने और सूचित रहने के लिए हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें!
Welcome to our YouTube program dedicated to helping you make Rakhi 2023 truly special! In this informative and engaging video, we will delve into the significance of Rakhi, its traditions, and most importantly, guide you through the auspicious dates and Shubh Muhurat for tying the sacred Rakhi thread this year. Whether you're celebrating with your siblings in person or virtually, knowing the best times for this ritual can add a touch of divine blessings to the occasion.
Remember, Rakhi is not just a thread; it symbolizes the unbreakable bond between siblings. By understanding the importance of auspicious timings, we can add a deeper layer of meaning to our celebrations. Subscribe to our channel to stay connected and informed about more festivals and their auspicious timings!
कौन हैं डॉक्टर श्रीराम आचार्य
डॉ.श्रीराम आचार्य, राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय, जयपुर द्वारा प्रमाणित सिद्धांत-गणित ज्योतिषशास्त्र एवं फलित ज्योतिषशास्त्र में आचार्य हैं तथा ज्योतिष शास्त्र में Ph.D. हैं। इस क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रतिभा के कारण आप महामहिम राज्यपाल, राजस्थान द्वारा स्वर्ण पदक(Gold Medal) से सम्मानित हैं।
• ज्योतिष, वास्तु एवं अध्यात्म के क्षेत्र में आपके परिवार की कई पीढ़ियों का परंपरागत(Traditional) योगदान रहा है।
• आपके दादाजी 95 वर्ष की आयु में आज भी इस क्षेत्र में यथाशक्ति जनसेवा करते हैं।
• आपके पिताजी डॉ. भोजराज शर्मा 'आचार्य' ज्योतिषशास्त्र के सेवानिवृत्त आचार्य(Retired Professor) हैं।
• आपको दिल्ली-सरकार एवं अन्य प्रतिष्ठित संस्थाओं द्वारा समय-समय पर पुरस्कृत किया जाता रहा है।
• आप ज्योतिष, वास्तु एवं अध्यात्म से संबंधित राष्ट्रीय एवं विश्वस्तरीय सम्मेलन, सेमिनार एवं संगोष्ठीयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
• देश-प्रदेश के प्रतिष्ठित समाचार पत्रों, मैगज़ीन एवं रिसर्च-जर्नल्स में आपके लेख समय-समय पर प्रकाशित होते रहते हैं। इनके माध्यम से न केवल ज्योतिषशास्त्र और साधना के कल्याणकारी आयामों के बारे में बताते हैं बल्कि ज्योतिषशास्त्र के बारे में गलत धारणाओं और अंधविश्वास रखने वाले लोगों को जागरूक करते हैं।
• दिल्ली सरकार में संस्कृत शिक्षक के रूप में बच्चों को संस्कृत के श्लोकों द्वारा विशेषतया नैतिक शिक्षा देने में रुचि रखते हैं।
• शास्त्रों में निहित मानवीय मूल्यों एवं जीवन को उन्नत बनाने वाली शिक्षाओं को ग्रहण करने के लिए तथा उनसे जनसामान्य को लाभान्वित के लिए तत्पर रहते हैं।
• आपके वक्तव्य संस्कृत में लिखे गए मूल शास्त्रों तथा प्राचीन ग्रंथों पर आधारित होते हैं।
Radio Dwarka,
India’s First Online Community Radio,
17 August 2023, Thursday