शैक्षणिक चिंताओं को दूर करने के लिए योग की उपयोगिता
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194 वी महर्षि दयानंद जयंती के अवसर पर आज अध्यात्म योग संस्थान के द्वारा आयोजित एक दिवसीय योग शिविर का आयोजन शांति गार्डन राजापुरी सेक्टर 3 द्वारका में किया गया जिसके अंदर बच्चों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया बच्चों के विभिन्न शैक्षणिक चिंताओं को देखते हुए संस्था के अध्यक्ष डॉक्टर रमेश कुमार योगाचार्य ने योग का अभ्यास कराया और बच्चों को कहा कि योग में आसन प्राणायाम और ध्यान के द्वारा हम शैक्षणिक चिंताओं से मुक्त हो सकते हैं आने वाले कुछ दिनों में सीबीएसई का एग्जाम होने वाला है जिसके कारण बच्चे तनाव में है उस तनाव को दूर करने में योगाभ्यास अति महत्वपूर्ण सहयोग करता है जिसके द्वारा छात्रों के अंदर पढ़ने की क्षमता का विकास होता है, जो पढ़ा गया है उसको याद रखने की क्षमता का विकास प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से किया जाता है। ध्यान और प्राणायाम के अभ्यास से हमारे मस्तिष्क में रक्तस्राव अधिक होता है जिससे हमारे न्यूरॉन्स एक्टिव हो जाते हैं और ब्रेन की कार्य क्षमता को बढ़ा देते हैं ब्रेन की कार्य क्षमता के बढ़ने से पढ़ने की क्षमता का विकास होता है, मस्तिष्क की तंत्रिका तंत्र को तनावमुक्त करने में प्राणायाम और ध्यान महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जिसके कारण से बच्चे के अंदर परीक्षा संबंधी जो तनाव होता है उससे वह मुक्त हो जाता है और मन लगाकर के पढ़ाई करने में सक्षम हो जाता है, इस कार्यक्रम का संयोजन योगाचार्य मनमोहन गुप्ता जी ने किया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रुप में बहन कलावती योगाचार्य उपस्थित थीं उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए योग के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला और छात्राओं को छात्राओं में होने वाले हारमोनल प्रॉब्लम और शारीरिक परिवर्तनों के बारे में विस्तार से चर्चा की। संस्था के महासचिव अनिल बालियान जी ने आए हुए सभी मानुभावो का धन्यवाद ज्ञापन किया। इस कार्यक्रम में 100 बच्चों ने भाग लिया जो विभिन्न स्कूलों से विभिन्न क्लास के बच्चे थे। मुख्य रूप से इस कार्यक्रम में गजराज सिंह यादव, रितु सिंघल, पशुपति नाथ झा, ऋषि पाल सिंह, रामधन जी आदि गणमान्य लोग मौजूद थे
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बुधवार, फरवरी 14, 2018